प्रदेश में 90 सीटों पर हमारे 45 नेता इसी जुनून को लेकर मैदान
कुछ लोगों के लिए राजनीति पेशा है, कुछ के लिए स्वार्थपूर्ति का साधन तो कुछ के लिए अपने काले चेहरोंं को छुपाने का जरिया। लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जिनके लिए राजनीति जुनून है यह साबित कर दिखाने का कि बुराई कितनी भी ताकतवर और पुरानी क्यों न हो, अच्छाई से हार सकती है।
प्रदेश में 90 सीटों पर हमारे 45 नेता इसी जुनून को लेकर मैदान में हैं। न वे धनबलि नेताओं की जमात में हैं, न बाहुबली। न वे खिला-पिलाकर वोट मांगने में विश्वास रखते हैं, न डरा-धमकाकर। हां, बुराई के सामने डटे रहने का हौंसला उनमें जरूर है। इसलिए वे मैदान में डटे हैं।
कालका विधानसभा क्षेत्र से हमारी प्रत्याशी 48 वर्षीय चन्द्रकांता सिर्फ पेंशन पर निर्वाह करती हैं। जिंदगी में कई ऐसे अनुभव हुए कि राजनेताओं से उन्हें नफरत हो गयी। उनमें जुनून है एेसी व्यवस्था को बदलने का जो अपने देश, अपने तंत्र के प्रति आस्था खत्म कर दे।
कलायत से 36 वर्षीया कुलविन्द्र कौर, एक साधारण किसान परिवार से। ज्यादा पढी-लिखी नहीं, लेकिन बुराई के विरूद्ध आवाज बुलंद करने वाली महिला। रतिया से महज 33 वर्षीया बीबो इंदौरा। स्नातक तक पढी बीबो प्रदेश की उस सोच के विरूद्ध एक आवाज बनना चाहती हैं जहां महिलाओं को गोबर पाथने के लायक ही समझा जाता है और बेटियों को कोख में मारने का पाप फक्र के साथ किया जाता है।
फैसला आपका है कि आप किसे चुनते हैं।
Back